What is TET: अध्यापक के पद को भारत में काफी सम्मानित पद माना जाता है, इसके लिए देश के लगभग लाखों युवा तैयारी करते हैं, तथा केंद्र और राज्य सरकार भी हर साल अध्यापक पात्रता परीक्षा के जरिए योग्य उम्मीदवारों को सर्टिफिकेट प्रदान करती हैं. भारत में अध्यापक बनने के लिए सबसे पहले टीईटी (अध्यापक पात्रता परीक्षा) को उत्तीर्ण करना पड़ता है, इसका आयोजन लगभग हर राज्य में हर वर्ष किया जाता है.
Teacher Eligibility Test (TET) को दो भागो में बांटा गया है प्रथम भाग में CTET परीक्षा आती है जो की केंद्र सरकार द्वारा आयोजित की जाती है, वही बात करें दूसरे भाग की तो इसमें STET परीक्षा आती है, इसका फुल फॉर्म State Teacher Eligibility Test होता है. जिसका आयोजन राज्य द्वारा किया जाता है। इस लेख के जरिए आज हम टीईटी परीक्षा के बारे में सम्पूर्ण जानकारी आपको देंगे तथा यह भी बताएँगे कि भिन्न-भिन्न टीईटी परीक्षाओं में क्या अंतर है. ऐसे में पूरी जानकारी के लिए यह लेख अंत तक पढ़ें।

टीईटी परीक्षा क्या है?
केंद्र और राज्य सरकार द्वारा आयोजित होने वाली टीईटी परीक्षा को टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट के नाम से जाना जाता है, जिसका हिंदी में अर्थ शिक्षक पात्रता परीक्षा होता है. पात्रता परीक्षा (टीईटी) एक प्रारम्भिक परीक्षा है, इसमें उत्तीर्ण होने के पश्चात ही उम्मीदवार अध्यापक पद के लिए आवेदन हेतु योग्य माने जायेंगे। आपको बता दें कि टीईटी परीक्षा भारत सरकार द्वारा साल 2011 में शुरू किया गया था. इसका उद्देश्य भारत में शिक्षा के मानकों में सुधार करना है, इसके अलावा शिक्षा को संविधान की समवर्ती सूची में होने के कारण ही इसे केंद्र और राज्य सरकार द्वारा अलग -अलग मानक पर निर्धारित किया जाता है, यानी की इस परीक्षा का आयोजन केंद्र और राज्य दोनों सरकार द्वारा उनके नियमो के अनुसार किया जाता है।

CTET और STET में अंतर क्या है?
केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) की तो यह एक केंद्रीय परीक्षा यह जिसका आयोजन सीबीएसई द्वारा किया जाता है तथा यह परीक्षा वर्ष में 2 बार आयोजित की जाती है सीटीईटी परीक्षा में पेपर होते हैं – पेपर -1 और पेपर -2, इसमें पहला पेपर उन लोगों के लिए होता है जो स्कूलों में 1 से 5वीं कक्षा के बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं, जबकि दूसरा पेपर उन लोगों के लिए होता है जो कक्षा 6 से कक्षा 8 तक के बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं तथा CTET परीक्षा में उत्तीर्ण उम्मीदवार सभी भारत के सभी राज्य में शिक्षक भर्ती हेतु आवेदन करने के पात्र माने जाते हैं।
राज्यस्तरीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET) का आयोजन भारत के सभी राज्यों में राज्य सरकार द्वारा किया जाता है। जैसे – उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा UPTET का आयोजन किया जाता है राजस्थान सरकार द्वारा REET तथा मध्य प्रदेश सरकार द्वारा MP TET का आयोजन किया जाता है, इसमें भी पेपर्स को CTET की तरह 2 भागों में बांटा गया है.
TET के लिए योग्यता क्या है?
उम्मीदवार को टीईटी के लिए आवेदन करने हेतु टीचिंग की प्रोफेशनल ट्रेनिंग होनी आवश्यक है जैसे – पोस्ट-ग्रेजुएशन (किसी भी विषय में) या समकक्ष ग्रेड के साथ-साथ 3-वर्षीय बी.एड-एम.एड, बीटीसी या टीचिंग क्षेत्र में डिप्लोमा, आदि. इसके अलावा जो उम्मीदवार अपने ट्रेनिंग के अंतिम वर्ष में है, तो वह अपियरिंग के तहत TET के लिए आवेदन कर सकता है। इसके अलावा आयु सीमा की बात करें तो, उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए, तथा अधिकतम आयु के लिए कोई सीमा निर्धारित नहीं की गयी है.
TET परीक्षा पैटर्न तथा परीक्षा मोड
टीईटी परीक्षा पैटर्न की बात करें तो, की परीक्षा कुल 150 प्रश्न होते हैं तथा सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ (Objective) प्रकार के होते हैं तथा प्रत्येक प्रश्न के लिए 1 नंबर निर्धारित होते हैं जिसकी समयावधि 1. 5 घंटे होती है। इस परीक्षा में किसी भी प्रकार की नकारात्मक मार्किंग नहीं होती है। बात करे परीक्षा के आयोजन की तो केंद्रीय परीक्षा ऑनलाइन मोड में आयोजित की जाती है तथा राज्यस्तरीय परीक्षा ऑफलाइन मोड में आयोजित की जाती है। इस परीक्षा में बाल विकास और शिक्षाशात्र, भाषा, पर्यावरण अध्ययन, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान जैसे विषयों के महत्वपूर्ण टॉपिक्स से प्रश्न पूछे जाते हैं.
TET पेपर -1 / पेपर -2 परीक्षा का पैटर्न
प्रश्नों की संख्या | 150 |
कुल अंक | 150 |
समय | 2 घंटे 30 मिनट |
परीक्षा का प्रकार | वस्तुनिष्ठ |
विषय | हिंदी, गणित, CDP, EVS & अंग्रेजी/ उर्दू/ संस्कृत |
नकारात्मक अंक | नहीं |
टीईटी वैधता क्या है?
बात करे CTET की तो इसकी वैधता आजीवन रहती है, यानी आप एक बार यह परीक्षा उत्तीर्ण कर लें तो आपको दोबारा पेपर देने की जरूरत नहीं है परन्तु आप अपना अंक बढ़ाना चाहते हैं तो दोबारा पेपर भी दें सकते हैं। वहीं राज्य सरकार द्वारा इसकी वैधता अलग – अलग राज्य के अनुसार होती जैसे – उत्तर प्रदेश राज्य में पहले UPTET की वैधता सिर्फ 5 सालो की थी परन्तु मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी जी के द्वारा इसकी वैधता बढ़ाकर आजीवन कर दी गयी है। इसके अलावा अन्य राज्यों में भी इस परीक्षा की वैधता को अब बढ़ाया जा रहा है.
TET सम्बंधित FAQs
TET एग्जाम पास करने के पश्चात उम्मीदवार को प्राइमरी तथा अपर प्राइमरी टीचर के आवेदन हेतु योग्य हो जाते हैं, ऐसे में अगर राज्य और केंद्र सरकार द्वारा शिक्षक की कोई भर्ती निकाली जाती है, तो उम्मीदवार उस भर्ती के लिए आवेदन कर सकते हैं.
टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट के लिए उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से D. El. Ed या B. Ed उत्तीर्ण हो.या D. El. Ed/ B. Ed पाठ्यक्रम के अंतिम सेमेस्टर में अध्ययनरत होना बेहद ही जरुरी है.
टीईटी पास करने के लिए लगभग 60% यानी 90 नम्बर लाना आवश्यक है।
I am Bimal Kumar and is es varsh BTC kar rahe hain