UPTET/CTET Hindi Language Practice Set 30 : CTET की परीक्षा प्रारंभ हो चुकी है जो कि 13 जनवरी तक चलने वाली है। UPTET की परीक्षा 28 नवंबर को आयोजित होने वाली थी, लेकिन पेपर लीक हो जाने की वजह से पूरी परीक्षा प्रक्रिया को रद्द करना पड़ा। अब एसकी परीक्षा जनवरी 2022 में होने की संभावना है।
ऐसे में इस लेख के जरिये हम आपको UPTET/CTET के परीक्षा में पूछे गए विगत वर्षों के हिंदी भाषा के 30 महत्वपूर्ण प्रश्नों से अवगत कराएंगे, जिसका अध्ययन कर के आप अपनी तैयारी को और भी मजबूती प्रदान कर सकतें हैं।
UPTET/CTET Hindi Language Practice Set 30
प्रश्न : राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 के अनुसार कौन – सा कथन सही है?
- भाषा केवल भाषा की कक्षा तक सीमित होनी चाहिए
- भाषा-शिक्षण एक प्रकार से अन्य विषयों की कक्षाओं में भी मौजूद रहता है
- बच्चे विद्यालय आकर ही भाषा सीखते हैं
- प्राथमिक स्तर पर भाषा सीखने-सिखाने में केवल पढ़ने पर बल देना चाहिए
उत्तर : 2
प्रश्न : भाषा-कौशलों के सन्दर्भ में कौन-सा कथन सही है?
- सुनना बोलना, पढ़ना और लिखना एक क्रम से सीखे जाते हैं
- सुनना और पढ़ना निष्क्रिय कौशल हैं
- पढ़ना और लिखना कौशल में कोई सम्बन्ध नहीं है
- सभी कौशल एक-दूसरे के साथ अन्तः सम्बन्धित होते हैं,
उत्तर : 4
प्रश्न : उच्च प्राथमिक स्तर पर भाषा की पाठ्य पुस्तक में विविध प्रकार की साहित्यिक रचनाओं के समावेश का
मुख्य उद्देश्य यह है।
- बच्चों को सभी प्रकार की साहित्यिक विधाओं में पारंगत करना
- विभिन्न प्रकार की साहित्यिक विधाओं की भाषायी संरचनाओं से परिचित होने का अवसर देना
- विभिन्न साहित्यिक विधाओं के प्रसिद्ध रचनाकारों से परिचित कराना
- पाठ्य पुस्तक निर्माण की परम्परा का निर्वाह करना
उत्तर : 2
प्रश्न : उच्च प्राथमिक स्तर पर कहानी, कविता पढ़ने के बाद यह जरूरी है कि बच्चे
- प्रश्नों के लिखित उत्तर दे सकें
- उसे अपने शब्दों में दोहरा सकें
- विपरीत भाव की कहानी या कविता लिख सकें
- उन्हें अपने अनुभव संसार से जोड़ सकें
उत्तर : 4
प्रश्न : प्लेटो का यह कथन कि ‘बच्चा बड़ों के बीच एक विदेशी की तरह होता है किस भाषिक सचाई की ओर संकेत करता है?
- बच्चे अपनी भाषा में बोलते हैं, जिसे बड़े सही-सही नहीं समझ पाते
- बच्चा बड़ों से उम्र में छोटा होने के कारण अजनबी बना रहता है
- बच्चों की भाषा अपरिपक्व होती है
- बच्चों की भाषा के प्रति बड़ों का दृष्टिकोण संकीर्णता से परिपूर्ण होता है
उत्तर : 1
प्रश्न : ‘भाषा की कक्षा में कहानियाँ
- मनोरंजन का साधन है
- पाठय पुस्तक का एक पाठ हैं
- विभिन्न प्रकार की भाषायी संरचनाएँ और चिन्तन-विकास की सम्भावनाएं लिए होती है
- भाषा-कौशल के विकास का एकमात्र साधन है
उत्तर : 3
प्रश्न : रश्मि अपनी कक्षा को बाहर मैदान में ले जाती है और पर्यावरण पर आधारित कविता – पाठ का कार्य करती है। रश्मि का उद्देश्य है
- बच्चों को मैदान में घूमने का अवसर देना
- बच्चों को रोज़मर्रा की चर्चा से कुछ अलग माहौल देना
- मैदान के प्राकृतिक वातावरण के साथ सम्बन्ध जोड़ते हुए कविता को समझने का अवसर देना
- अपने शिक्षक प्रशिक्षण में सीखी बातों का निर्वाह करना
उत्तर : 3
प्रश्न : भाषा में आकलन करने के बाद महत्वपूर्ण सोपान होना चाहिए
- आकलन से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर बच्चों के अभिभावकों से विचार-विमर्श करना
- आंकड़ों को सहेज कर रखना
- आंकड़ों की तत्काल नष्ट करना
- आँकड़ों का पुनः – पुनः परीक्षण करना
उत्तर : 1
प्रश्न : विद्यालय में एक से अधिक भाषाओं का शिक्षण
- जटिल समस्याएं उत्पन्न करता है
- अनेक भाषाओं के शिक्षकों के रोजगार को बढ़ावा देता है
- बहुभाषिकता और राष्ट्रीय सद्भाव का प्रसार करता है
- व्यावहारिक नहीं है
उत्तर : 3
प्रश्न : चॉम्स्की के अनुसार…..के कारण बच्चे भाषा सीखते हैं।
- भाषायी समाज
- भाषा-अर्जन क्षमता
- भाषा-आकलन क्षमता
- व्याकरणिक नियमों की जानकारी से ही
उत्तर : 2
प्रश्न : भाषा-शिक्षण में अनिवार्य है
- मानक भाषा पर बल
- समग्रतावादी दृष्टिकोण
- विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के साथ भिन्न व्यवहार
- वर्तनी सम्बन्धी गृहकार्य
उत्तर : 2
प्रश्न : विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की भाषा का आकलन करते समय
- उन्हें प्रश्न संख्या में विशेष छूट मिलनी चाहिए
- उन्हें अधिक अंक देने का प्रयास करना चाहिए
- उनकी क्षमता और सीमाओं का ध्यान रखना चाहिए
- उनके प्रति दया भाव रखना चाहिए
उत्तर : 3
प्रश्न : भाषा-शिक्षण की ‘प्रत्यक्ष विधि में
- मातृभाषा का निरर्थक हस्तक्षेप होता है
- भाषा-अर्जन की स्वाभाविक स्थिति का निर्माण होता है
- अतिरिक्त शिक्षण सामग्री की कोई आवश्यकता नहीं
- भाषा की विविध संरचनाओं के लेखन हेतु अभ्यास पर बल दिया जाता है
उत्तर : 2
प्रश्न : भाषा में रचनात्मक आकलन का सर्वाधिक बेहतर उदाहरण है –
- बच्चे को अपने खट्टे-मीठे अनुभव लिखने के लिए कहना
- श्रुतलेख
- प्रश्नों के उत्तर लिखवाना
- इकाई-परीक्षा लेना
उत्तर : 1
प्रश्न : हिन्दी भाषा के प्रश्न-पत्र में आप किस प्रश्न को सर्वाधिक उचित मानते हैं?
- विशेषणों के कितने और कौन-से भेद होते हैं?
- प्रत्ययों की परिभाषा लिखिए
- सर्वनाम के भेदों को उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए
- लेखक ने पहाड़ों पर होने वाली बारिश का वर्णन एक अलग तरीके से किया है। आप बारिश सम्बन्धी अपना अनुभव लिखिए
उत्तर : 4
निर्देश नीचे दी गई काव्य-पंक्तियों को पढ़कर नीचे दिए गए छः प्रश्नों के सबसे उचित विकल्प का चयन कीजिए।
सदियों की ठण्डी-बुझी राख सुगबुगा उठी,
मिट्टी सोने का ताज पहन इठलाती है,
दो राह, समय के रथ का घर्घर-नाद सुनो
सिंहासन खाली करो कि जनता आती है।
जनता, हाँ, मिट्टी की अबोध मूरतें वही,
जाड़े-पाले की कसक सदा सहने वाली
जब अंग-अंग में लगे साँप हो चूस रहे,
तब भी न कभी मुँह खोल दर्द कहने वाली।
प्रश्न : सामान्य जनता ने अब तक बहुत कष्ट सहे है-इस भाव को व्यक्त करने वाली पंक्ति है
- सदियों की ठण्डी-बुझी राख सुगबुगा उठी
- मिट्टी सोने का ताज पहन इठलाती है।
- जनता, हाँ, मिट्टी की अबोध मूरतें वही
- जाड़े-पाले की कसक सदा सहने वाली
उत्तर : 4
प्रश्न : ‘सॉप’ किसकी ओर संकेत करता है?
- शोषकों की ओर
- सूदखोरों की ओर
- विषैल साँपों की ओर
- जमीदारों की ओर
उत्तर : 1
प्रश्न : सुगबुगा उठना’ का अर्थ है
- धीरे-धीरे कहना
- अपने हक के लिए प्रयत्नशील होना
- राख का जल उठना
- अफवाह फैलाना
उत्तर : 2
प्रश्न : काव्य में किस जनता की ओर संकेत किया गया है?
- जो खेतो-खलिहानों, कारखानों में काम करती है
- जो रथ चलाती है
- जिसे बोध है
- जिसे साँप काटते है
उत्तर : 1
प्रश्न : ”समय के रथ का घर्घर-नाद सुनो” पंक्ति का आशय है
- समय कोलाहल कर रहा है
- समय ने युद्ध-नाद बजा दिया है
- अब समय बदल रहा है
- समय का रथ बढ़ा आ रहा है।
उत्तर : 2
प्रश्न :”सिंहासन खाली करो कि जनता आती है।” पंक्ति का भाव है.
- सारी जनता अब सिंहासनो पर ही बैठेगी
- राजतन्त्र के विरुद्ध लोकतन्त्र का स्वागत
- राजा के सिंहासन को खाली करना होगा
- जनता, राजा का सिंहासन हिला देगी
उत्तर : 2
प्रश्न : उच्च प्राथमिक स्तर पर भाषा शिक्षण का सर्वोपरि उद्देश्य है
- विभिन्न साहित्यिक विधाओं का गहनतम ज्ञान प्राप्त करना
- सरसरी तौर पर तीव्र गति से पढ़ना
- भाषा के सौन्दर्यशास्त्र से परिचय
- निजी अनुभवों के आधार पर भाषा का सृजनशील इस्तेमाल
उत्तर : 4
प्रश्न : सुनी, पढ़ी और समझी हुई भाषा को सहज और स्वाभाविक लेखन द्वारा अभिव्यक्त करने की क्षमता का विकास करने में निम्नलिखित में से कौन सहायक है?
- सुनी, देखी, पढ़ी घटना को अपने शब्दों में लिखित रूप में अभिव्यक्त करना
- ‘मेरा प्रिय विद्यालय’ विषय पर निबन्ध लिखना
- औपचारिक पत्र लेखन
- किसी पढ़ी हुई कहानी को संक्षेप में लिखना
उत्तर : 1
प्रश्न : भाषा के सन्दर्भ में स्कूली जीवन का यह उच्च प्राथमिक चरण, और बोध के विकास की दृष्टि से अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है।
- साहित्य, सराहना, सामाजिक
- सौन्दर्य बोध, साहित्य बोध, सामाजिक-राजनैतिक
- भाषा, साहित्य, ऐतिहासिक
- साहित्य बोध, सराहना बोध, ऐतिहासिक
उत्तर : 2
प्रश्न : उच्च प्राथमिक स्तर पर व्याकरण-शिक्षण का उद्देश्य …….. में सहायक होगा।
- भाषा की नियमबद्ध प्रकृति को अत्यधिक महत्व देने
- भाषा की प्रकृति, प्रकार्य और व्याकरणिक नियमों कण्ठस्थ करने
- व्याकरण की परिभाषाओं को कण्ठस्थ करने
- भाषा की नियमबद्ध प्रकृति को समझने और उसका विश्लेषण करने
उत्तर : 4
प्रश्न : बच्चों का भाषायी विकास सर्वाधिक रूप में निर्भर करता है –
- आकलन की औपचारिकता पर
- संचार माध्यमों पर
- पाठ्य पुस्तक पर
- समृद्ध भाषा-परिवेश पर
उत्तर : 4
प्रश्न : उच्च प्राथमिक स्तर पर यह जरूरी है कि बच्चे
- भाषा के आकलन के लिए की जाने वाली सभी गतिविधियों में समान रूप से हिस्सा लें
- भाषा का अतिरिक्त अभ्यास करें और परियोजना कार्य में इण्टरनेट का प्रयोग करें
- समाचार पत्र में छपी किसी खबर, लेख या कही गई बात शाका निहितार्थ समझ सकें
- अपनी पाठ्य-पुस्तक के सभी पाठों का अभ्यास कर सकें।
उत्तर : 3
प्रश्न : उच्च प्राथमिक स्तर पर हिन्दी भाषा विकास के लिए कौन-सी गतिविधि उपयोगी नहीं हो सकती?
- मुहावरों के अर्थ लिखकर वाक्य बनाना
- सूचना, डायरी-लेखन, विज्ञापन-लेखन आदि का कार्य करवाना
- पढ़ी गई कहानियों का समूह में नाट्य रूपान्तरण
- विज्ञापनों, पोस्टरों, साइनबोर्ड और भाषा के उपयोगों का विश्लेषण करना
उत्तर : 1
प्रश्न : उच्च प्राथमिक स्तर पर व्याकरण-शिक्षण की सर्वाधिक उचित विधि है.
- भाषा-संसर्ग विधि
- निगमन विधि
- सूत्र विधि
- आगमन विधि
उत्तर : 4
प्रश्न : भाषा सीखने का अर्थ उस भाषा की……….सीखना भी है, क्योंकि भाषा किसी भी ………..का अभिन्न हिस्सा होती है।
- ऐतिहासिकता, इतिहास
- संस्कृति, संस्कृति
- नियमबद्धता, व्याकरण
- बारीकी, व्याकरण
उत्तर : ??