CTET Hindi Language Practice Set 48 : CTET की परीक्षा शुरू हो गई है जो कि 13 जनवरी 2022 तक चलेगी। UPTET की परीक्षा रद्द होने के बाद अब नई परीक्षा तिथि को लेकर बोर्ड की तरफ से अधिकारीक नोटिस जारी कर दिया गया है। UPTET की परीक्षा अब 23 जनवरी 2022 को आयोजित होगी। इसलिए जो भी प्रतियोगी छात्र इस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं वह अपनी तैयारी को और भी तेज कर दें।
ऐसे में इस लेख के जरिए हिन्दी भाषा के पिछले वर्षों में कराए गए परीक्षाओं में से 30 महत्वपूर्ण प्रश्नों के संग्रह को लेकर आए है। इसलिए आप इन प्रश्नों का अभ्यास अच्छी तरह से कर लें और अपनी तैयारी को और भी मजबूती प्रदान करें।

CTET Hindi Language Practice Set 48
निर्देश-निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के सही / सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनकर लिखिए।
जीवन के इस मोड़ पर, कुछ भी कहा जाता नहीं। की ड्योढ़ी पर, शब्दों के पहरे हैं। हँसने को हँसते हैं, जीने को जीते हैं साधन-सुभीतों में ज्यादा ही रीते हैं। बाहर से हरे-भरे, भीतर घाव मरार गहरे सबके लिए गूँगे हैं, अपने लिए बहरे हैं।
प्रश्न. ‘कुछ भी कहा जाता नहीं – ऐसा क्यों?
- साधन सुविधाओं के अभाव के कारण
- बन्धन और बेबसी के कारण
- गूँगा होने के कारण
- भीतर के घावों के कारण
उत्तर : 2
प्रश्न. कविता की पंक्तियों में मुख्यतः बात की गई है
- कुछ भी न कह पाने की विवशता की
- घावों के हरे-भरे होने की
- गूँगा-बहरा होने की बने होने
- साधन-सुभीतों की
उत्तर : 1
प्रश्न. ‘रीते’ शब्द से भाव है
- अपनेपन का
- परायेपन का
- खालीपन का
- खोखलेपन का
उत्तर : 3
प्रश्न. कविता की पंक्तियों के आधार पर कहा जा सकता है कि
- कवि कुछ भी कहने या सुन पाने की स्थिति में नहीं है
- कवि घावों के गहरे होने से दुःखी है
- कवि के जीवन में बहुत अभाव है
- कवि कुछ भी करने की स्थिति में नहीं है
उत्तर : 2
प्रश्न. ‘ड्योढ़ी’ का अर्थ है
- घर
- देहरी
- दरवाजा
- चौखट
उत्तर : 2
प्रश्न. हिन्दी भाषा शिक्षण में निदानात्मक परीक्षण का उद्देश्य है
- कमजोरियों का पता लगाना
- कमजोरियों को दूर करना
- उपचारात्मक सुझाव देना
- उपरोक्त सभी
उत्तर : 4
निर्देश-नीचे दिए गए प्रश्नों के सही/सबसे उपयुक्त उत्तर
वाले विकल्प को चुनिए।
प्रश्न. भाषा सीखने का उद्देश्य है
- प्रत्येक स्थिति में भाषा का प्रयोग कर पाना
- आदेश-निर्देश दे पाना और सुन पाना
- दूसरों की बातों को समझ पाना
- अपने मन की बात कह पाना
उत्तर : 1
प्रश्न. “बच्चों के भाषायी विकास” में समाज की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है।” यह विचार किसका है?
- पियाजे
- स्किनर
- चॉम्स्की
- वाइगोत्स्की
उत्तर : 4
प्रश्न. विद्यार्थियों का भाषायी विकास समग्रता से हो सके, इसके लिए सबसे उपयुक्त अनुशंसा होगी
- शब्दकोष एवं विश्वकोष के प्रयोग की
- भाषा प्रयोग के विविध अवसरों की
- सतत एवं व्यापक आकलन की
- सर्वोत्कृष्ट पाठ्य पुस्तकों की
उत्तर : 2
प्रश्न. लिखित भाषा का प्रयोग
- केवल प्रतिवेदन लेखन के लिए किया जाता है
- कार्यालयी कार्यों के लिए ही किया जाता है
- अपनी अभिव्यक्ति के लिए किया जाता है।
- केवल साहित्य सृजन के लिए किया जाता है
उत्तर : 3
प्रश्न. भाषा की कक्षा में भाषायी खेलों का आयोजन मुख्यतः
- भाषा सीखने की प्रक्रिया में स्वाभाविकता लाता है
- आकलन का काम करता है
- रोचकता और जोश लाता है
- अध्यापक के काम को सरल बनाता है।
उत्तर : 3
प्रश्न. कविता-कहानियों पर चर्चा करने एवं प्रश्न पूछने का उद्देश्य
- भाषा की विभिन्न छटाओं का अनुभव कराना है
- कल्पनाशीलता का पोषण करना मात्र है
- भाषा सीखने का आकलन करना मात्र है
- साहित्य के प्रति बच्चों की रुचि जाग्रत करना है
उत्तर : 2
प्रश्न. भाषा का अस्तित्व एवं विकास ……. के बाहर नहीं हो सकता।
- परिवार
- साहित्य
- समाज
- विद्यालय
उत्तर : 3
प्रश्न. किसी समावेशी कक्षा में कौन-सा कथन भाषा-शिक्षण के सिद्धान्तों के के बाहर नहीं हो अनुकूल है?
- प्रिन्ट समृद्ध माहौल भाषा सीखने में मदद करता है
- बच्चे अपने अनुभवों के आधार पर भाषा के नियम नहीं बना पाते
- भाषा विद्यालय में रहकर अर्जित की जाती है
- व्याकरण के नियमों का ज्ञान भाषा-विकास की गति त्वरित करता है
उत्तर : 2
प्रश्न. प्राथमिक स्तर पर विद्यार्थियों के भाषा-शिक्षण के सन्दर्भ में कौन-सा कथन सही है?
- सतत रूप से की जाने वाली टिप्पणियाँ एवं अनवरत अभ्यास भाषा सीखने में रुचि उत्पन्न करते हैं
- बच्चे समृद्ध भाषिक परिवेश में सहज रूप से स्वतः भाषा में सुधार कर सकते
- बच्चों की भाषाई संकल्पनाओं और विद्यालय के भाषाई परिवेश में विरोधाभासी भाषा सीखने में मदद करता है ।
- बच्चे भाषा की जटिल और समृद्ध संरचनाओं का ज्ञान विद्यालय में ही अर्जित करते हैं
उत्तर : 4
प्रश्न. प्राथमिक स्तर की कक्षा में भिन्न-भिन्न प्रान्तों के अलग-अलग भाषा बोलने वाले बच्चों का नामांकन हुआ है। ऐसी स्थिति में भाषा की कक्षा बच्चों के भाषायी विकास के सन्दर्भ में
- जटिल चुनौती के रूप में सामने आती है
- अवरोध ही प्रस्तुत करती है
- बहुत बड़ी समस्या बन जाती है
- अनमोल संसाधन के रूप में कार्य करती है
उत्तर : 4
प्रश्न. पहली कक्षा की भाषा अध्यापिका अपने एक विद्यार्थी के भाषायी विकास के सम्बन्ध में चिन्तित है, क्योंकि
- विद्यार्थी पठन-पाठन में रुचि प्रदर्शित नहीं करता है
- विद्यार्थी को घर पर बात करने के बहुत कम अवसर मिलते हैं
- विद्यार्थी के माता और पिता की मातृभाषा अलग-अलंग है
- विद्यार्थी अपने साथियों से बहुत झगड़ता है
उत्तर : 1
प्रश्न. बच्चों के बोलना सीखने के सन्दर्भ में कौन-सा कथन सही है?
- सभी बच्चों की ‘बोलना’ सीखने की गति एक समान होती है।
- बड़े परिवार में बच्चों की ‘बोलना’ सीखने की गति तेज होती है
- निर्धन परिवारों से आए बच्चों की ‘बोलने’ सीखने की गति धीमी होती है
- कहने-सुनने के अधिक-से-अधिक अवसर मिलने पर बच्चे बोलना सरलता से सीखते हैं
उत्तर : 4
प्रश्न. विद्यालय / कक्षा में समृद्ध भाषायी परिवेश से तात्पर्य है
- मुख्य धारा की भाषा सुनने के अधिक-से-अधिक अवसर
- बोलने-सुनने, पढ़ने-लिखने के अधिक-से-अधिक अवसर
- एक से अधिक भाषाओं के शब्दकोष की उपलब्धता
- अध्यापक को एक से अधिक भाषाओं की जानकारी
उत्तर : 2
प्रश्न. अपने विद्यार्थियों के भाषा सम्बन्धी क्रमिक विकास का आकलन करने के लिए आपकी निर्भरता मुख्य रूप से किस पर है?
- पोर्टफोलियो के अवलोकन पर
- मौखिक कार्य करवाने पर
- गृहकार्य की उत्तर पुस्तिकाओं के अवलोकन पर
- कार्य के अवलोकन पर
उत्तर : 1
प्रश्न. आपके विद्यार्थी पाठ में आए नवीन/अपरिचित शब्दों के अर्थ जान सकें इसके लिए आप
- पाठ के अन्त में दिए गए ‘शब्दार्थ’ देखने के लिए कहेंगी
- शब्दकोष देखना सिखाएंगी
- शब्द का अर्थ लिखकर बताएंगी
- पाठ के अर्थ समझने की स्थिति पैदा करेंगी
उत्तर :
निर्देश-नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर सही/सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनिए।
माँ: रमेश, मीना क्यों रो रही है? रमेश मैने चाँटा मारा था। मुझे पढ़ने नहीं दे रही थी। माँ: लेकिन तुम इस समय क्यों पढ़ रहे हो? यह भी कोई पढ़ने का समय है? क्या आजकल पढ़ाई चौबीसों घण्टे की हो गई है? दिमाग है या मशीन? और क्या पढ़ने के लिए बहन को पीटना जरूरी है?
रमेश: माँ, पढूँगा नहीं तो कक्षा में अव्वल कैसे आऊँगा? मुझे तो फर्स्ट आना है। तुम भी तो यही कहती थीं।
माँ: हाँ, कहती थी, पर तुम? हर वक्त खेल-खेल-खेल । फर्स्ट आना था तो शुरू से पढ़ा होता। अब जब परीक्षाएँ सर पर आ गईं तो रटने बैठे हो। तुम क्या समझते हो कि ऐसे रटने से अव्वल आ जाओंगे? अरे ! पढ़ना थोड़ी देर का ही
काफी होता है, अगर नियम से मन लगाकर पढ़ा जाए। रमेश अब रहने दो माँ! मैं आज खेलने भी नहीं जाऊँगा। कोई आए तो मना कर देना। अब मुझे पढ़ने दो- अकबर का जन्म… अकबर का जन्म अमरकोट में हुआ था… अमरकोट में….. माँ: अकबर का जन्म जहाँ भी हुआ हो, तुम्हारा जन्म यहीं हुआ है और मैं तुम्हें रट्टू तोता नहीं बनने दूँगी। पढ़ने के समय पढ़ना और खेलने के समय खेलना अच्छा होता है।
प्रश्न. मीना और रमेश हैं, परस्पर
- मित्र
- सहपाठी
- भाई-बहन
- रिश्तेदार
उत्तर : 3
प्रश्न. रमेश ने मीना की पिटाई की, क्योंकि वह
- कक्षा में अव्वल आ सकती थी
- अक्सर शैतानियाँ करती थी
- पढ़ नहीं रही थी
- पढ़ने नहीं दे रही थी
उत्तर : 4
प्रश्न. कक्षा में प्रथम आने के लिए आवश्यक है
- शुरू से नियमित पढ़ाई करना
- खेलकूद छोड़ देना
- रात-दिन पढ़ाई करना
- पढ़ाई के दिनों परिश्रम करना
उत्तर : 1
प्रश्न. “यह भी कोई पढ़ने का समय है?” प्रश्न का आशय है
- पढ़ने का कोई समय नहीं होता
- वह समय पढ़ने का नहीं है
- यह भी पढ़ने का एक समय है
- यह पढ़ने का ही कोई समय है
उत्तर : 2
प्रश्न. निम्न शब्दों में भिन्न शब्द को छाँटिए।
- परीक्षा
- प्रथम
- अव्वल
- फर्स्ट
उत्तर : 1
प्रश्न. कौन-सा विशेषण रमेश के लिए उपयुक्त है?
- रट्टू तोता
- पढ़ाकू
- लापरवाह
- परिश्रमी
उत्तर : 1
प्रश्न. ‘पर तुम’ का भाव है.
- पर तुमने पढ़ना छोड़ दिया
- पर तुम पढ़ते ही रहे
- पर तुमने ध्यान नहीं दिया
- पर तुमने रटना ही सीखा
उत्तर : 1
प्रश्न. अकबर का जन्म कहाँ हुआ था?
- आगरा
- दिल्ली
- अमरकोट
- फतेहपुरी
उत्तर : 3
प्रश्न. बहुत निकट आना’ के लिए मुहावरा
- अव्वल आना
- पास आना
- तोता रटन्त
- सर पर आना
उत्तर : ??