CTET Child Development And Pedagogy Practice Set 49 : उत्तर प्रदेश में CTET की परीक्षा 16 दिसंबर, 2021 से शुरू हो चुकी है जो कि 13 जनवरी 2022 तक आयोजित कराई जाएगी। UPTET की परीक्षा कैंसिल होने के बाद बोर्ड की तरफ से नई परीक्षा तिथि की घोषणा की जा चुकी है। UPTET की नई परीक्षा तिथि 23 जनवरी 2022 को निर्धारित की गई है। इसलिए शिक्षक बनने की चाह रखने वाले लाखों अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल हो रहे हैं और परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं।
ऐसे में इस लेख के जरिए बाल विकास एवं शिक्षा शास्त्र के विगत वर्षों में कराए गए परीक्षाओं में से 30 बेहद महत्वपूर्ण प्रश्नों के संग्रह को लेकर आए है। इसलिए आप इन प्रश्नों का अभ्यास अच्छी तरह से कर लें और अपनी तैयारी को और भी मजबूती प्रदान करें।
CTET Child Development And Pedagogy Practice Set 49
प्रश्न : विकास की किस अवस्था की कोल तथा ब्रूस ने ‘संवेगात्मक विकास का अनोखा काल’ कहा है?
- बाल्यावस्था
- किशोरावस्था
- शैशवावस्था
- प्रौढ़ावस्था
उत्तर : 1
प्रश्न : किसने बहुविमात्मक प्रज्ञा का प्रत्यय दिया है?
- स्पीयरमैन
- गार्डनर
- गोलमैन
- जॉन मेयर
उत्तर : 2
प्रश्न : डिस्लेक्सिया में यह करने में कठिनाई होती है।
- पढ़ने / वर्तनी में
- व्यक्त करने में
- बोलने में
- खड़े होने में
उत्तर : 1
प्रश्न : “विकास कभी न समाप्त होने वाली प्रक्रिया है।” यह कथन विकास के किस सिद्धान्त से सम्बन्धित है ?
- एकीकरण का सिद्धान्त
- अन्तः क्रिया का सिद्धान्त
- निरन्तरता का सिद्धान्त
- अन्तः सम्बन्ध का सिद्धान्त
उत्तर : 3
प्रश्न : संविधान के किस संशोधन से शिक्षा एक मौलिक अधिकार बन गई है?
- 25वें
- 22वें
- 86वें
- 52वें
उत्तर : 3
प्रश्न : अभिप्रेरणा के मूल प्रवृत्ति सिद्धान्त के प्रतिपादक थे
- अब्राह्म मैरी
- विलियम जेम्स
- मैक्डूगल
- सिम्पसन
उत्तर : 3
प्रश्न : निम्न में क्या समावेशी कक्षा में शिक्षक की भूमिका नहीं है?
- शिक्षक को निःशक्त बच्चों पर ध्यान नहीं देना चाहिए
- बच्चे की आवश्यकता के अनुरूप बैठने की पर्याप्त व्यवस्था करनी चाहिए,
- शिक्षक को सीखने में अक्षम को अतिरिक्त समय देना चाहिए
- शिक्षक को बच्चों को प्रोत्साहित करना चाहिए
उत्तर : 1
प्रश्न : कक्षा में छात्रों को प्रश्न पूछने के लिए
- प्रेरित करना चाहिए
- अनुमति नहीं देनी चाहिए
- हतोत्साहित करना चाहिए
- रोक देना चाहिए
उत्तर : 1
प्रश्न : बच्चे की वृद्धि मुख्यतः सम्बन्धित है
- सामाजिक विकास से
- नैतिक विकास से
- शारीरिक विकास से
- भावात्मक विकास से
उत्तर : 3
प्रश्न : निम्न में से कौन-सा संज्ञानात्मक क्षेत्र से सम्बन्धित नहीं है?
- अनुप्रयोग
- अनुमूल्यन
- बोध
- ज्ञान
उत्तर : 2
प्रश्न : निम्न में से कौन-सा अधिगम का वक्र नहीं है?
- मिश्रित
- उन्नतोदर (उत्तल)
- नतोदर
- लम्बवत्
उत्तर : 4
प्रश्न : यदि शिक्षक कक्षा में एक छात्र को समस्यात्मक बालक के रूप में पाता है, तो उसे
- बच्चे को नजरअन्दाज कर देना चाहिए
- बच्चे को दंड देना चाहिए
- तत्काल घर वापस भेज देना चाहिए।
- बच्चे को परामर्श देना चाहिए
उत्तर : 4
प्रश्न : पाठ्य सहगामी क्रियाएँ मुख्यतः सम्बन्धित हैं
- छात्रों के सर्वांगीण विकास से
- शैक्षिक संस्थानों के विकास से
- छात्रों के मानसिक विकास से
- छात्रों के वृतिक विकास से
उत्तर : 1
प्रश्न : निम्न में से किसने अधिगम सिद्धान्त का प्रतिपादन नहीं किया ?
- स्किनर
- थॉर्नडाइक
- कोहलर
- बीएस ब्लूम
उत्तर : 4
प्रश्न : निम्न में किस सिद्धान्त को पुनर्बलन का सिद्धान्त भी कहते हैं?
- उद्दीपक अनुक्रिया सिद्धान्त
- शास्त्रीय अनुबन्धन सिद्धान्त
- क्रियाप्रसूत अनुबन्धन सिद्धान्त
- सूझ का सिद्धान्त
उत्तर : 3
प्रश्न : निम्न में से कौन-सी अवस्था ब्रूनर के संज्ञानात्मक विकास सिद्धान्त का अंग नहीं है?
- प्रतिबिम्बात्मक अवस्था
- अन्तः प्रज्ञ अवस्था
- क्रियात्मक अवस्था
- संकेतात्मक अवस्था
उत्तर : 2
प्रश्न : मॉरिशन ने बोध स्तर के शिक्षण प्रतिमान में पाँच पदों का वर्णन किया है, ये हैं
1 प्रस्तुतीकरण
2 खोज
3 संगठन / व्यवस्था
4 आत्मीकरण
5 वाचन / अभिव्यक्तिकरण
निम्न में से इनका सही क्रम है
- 2, 1, 4, 3, 5
- 1, 2, 3, 4, 5
- 4, 5, 3, 1, 2
- 2, 1, 3, 4, 5
उत्तर : 1
प्रश्न : शिक्षा में अवरोधन का तात्पर्य है
- बालक का विद्यालय न जाना
- बालक का विद्यालय में प्रवेश न लेना
- किसी बालक का एक वर्ष से अधिक समय तक एक ही कक्षा में रहना
- बालक द्वारा विद्यालय छोड़ देना
उत्तर : 3
प्रश्न : निम्न में से किस कौशल में पूर्व ज्ञान का परीक्षण आता है?
- प्रस्तावना कौशल
- प्रदर्शन कौशल
- उद्दीपन-परिवर्तन कौशल
- समापन कौशल
उत्तर : 1
प्रश्न : मानव विकास का प्रारम्भ होता है
- गर्भावस्था से
- पूर्व-बाल्यावस्था से
- शैशवावस्था से
- उत्तर- बाल्यावस्था से
उत्तर : 1
प्रश्न : “सीखने का पठार सीखने की प्रक्रिया के मुख्य अभिलक्षण है, जो उस स्थिति को प्रकट करते हैं, जिसमें सीखने की प्रक्रिया में कोई उन्नति नहीं होती।” यह कथन किसका है?
- हालिंगवर्थ
- गेट्स व अन्य
- स्किनर
- रॉस
उत्तर : 4
प्रश्न : व्यवहार के कारण व्यवहार में परिवर्तन ही अधिगम है’ यह किसने कहा है ?
- गिलफोर्ड
- क्रो एण्ड क्रो
- वुडवर्थ
- स्किनर
उत्तर : 1
प्रश्न : समस्या समाधान का प्रथम चरण है
- आँकड़ा संग्रहण
- समस्या की पहचान
- परिकल्पना का निर्माण
- परिकल्पना का परीक्षण
उत्तर : 2
प्रश्न : ‘द कण्डीशन्स ऑफ लर्निंग’ पुस्तक के लेखक हैं
- बीएफ स्किनर
- ईएल थॉर्नडाइक
- आईपी पैवलॉव
- आरएम गैने
उत्तर : 4
प्रश्न : “किशोरावस्था बड़े संघर्ष, तनाव, हमला व विरोधी की अवस्था है।” यह कथन किसका है?
- स्टेनले हॉल
- क्रो एण्ड क्रो
- जरशील्ड
- सिम्पसन
उत्तर : 1
प्रश्न : सूक्ष्म शिक्षण के भारतीय प्रतिमान में कुल कितना समय लगता है ?
- 40 मिनट
- 30 मिनट
- 36 मिनट
- 45 मिनट
उत्तर : 3
प्रश्न : बालकों का अधिगम सर्वाधिक प्रभावशाली होगा, जब
- बालकों का संज्ञानात्मक, भावात्मक तथा मनोचालक पक्षों का विकास होगा
- पढ़ने-लिखने एवं गणितीय कुशलताओं पर ही बल होगा शिक्षक अधिगम प्रक्रिया में आगे होकर बालकों को निष्क्रिय रखेगा
- शिक्षण व्यवस्था एकाधिकारवादी होगी
उत्तर : 1
प्रश्न : विकृत लिखावट से सम्बन्धित लिखने की योग्यता में कमी किसका एक लक्षण है?
- डिस्याफिया
- डिस्प्रैक्सिया
- डिस्कैल्कुलिया
- डिस्लेक्सिया
उत्तर : 1
प्रश्न : स्मृति स्तर एवं बोध स्तर के शिक्षण प्रतिमान की संरचना में कौन-सा सोपान उभयनिष्ठ है?
- अन्वेषण
- सामान्यीकरण
- तैयारी
- प्रस्तुतीकरण
उत्तर : 4
प्रश्न : राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (एन सी. एफ), 2005 के अनुसार शिक्षक की भूमिका है
- अधिनायकीय
- अनुमतिपरक
- सुविधादाता
- सत्तावादी
उत्तर : ??
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