CTET/UPTET बाल विकास एवं शिक्षा शास्त्र प्रैक्टिस सेट 41 : परीक्षा में शामिल होने से पहले इन 30 बेहद महत्वपूर्ण प्रश्नों पर डालें एक नज़र

CTET Child Development And Pedagogy Practice Set 41 : CTET की परीक्षा प्रारंभ हो चुकी है जो कि 13 जनवरी तक चलने वाली है। जिसके लिए अभ्यार्थी कई महीनों से अपनी तैयारियों में लगे हुए हैं और इसकी परीक्षा ऑनलाईन माध्यम द्वारा कराई जा रही है। UPTET की परीक्षा 23 जनवरी 2022 को होने वाली है, फ़िलहाल तैयारी का अंतिम समय चल रहा है। सभी अभ्यर्थी अपनी तैयारी बहुत ही तेजी से कर रहे हैं।

ऐसे में आपको इस लेख के जरिए बाल विकास एवं शिक्षा शास्त्र के विगत वर्षों में कराए गए परीक्षाओं में से 30 विशेष प्रश्नों के संग्रह को आपके समक्ष लेकर आए है। इसलिए आप सभी परीक्षार्थी इन प्रश्नों का अभ्यास करें और अच्छे अंक सुनिश्चित करें।

CTET Child Development And Pedagogy Practice Set 41
CTET Child Development And Pedagogy Practice Set 41

CTET Child Development And Pedagogy Practice Set 41

प्रश्न : एक समावेशी कक्षा में शिक्षक को क्या करना चाहिए

  • अशक्त अधिगमकर्ताओं के प्रति दया एवं सहानुभूति का भाव प्रदर्शित करना चाहिए।
  • बच्चों को ‘अपाहिज बच्चा’, ‘मंद बुद्धि बच्चा’ आदि के रूप में वर्गीकृत करना चाहिए।
  • केवल प्रतिभाशाली एवं योग्य बच्चों पर ध्यान देना चाहिए।
  • यह विश्वास करना चाहिए कि प्रत्येक बच्चे में अपनी योग्यताओं एवं शक्ति के अनुसार सीखने की क्षमता है।

उत्तर : 4

प्रश्न : एक विद्यार्थी कक्षा में निम्नलिखित लक्षण प्रदर्शित करता है: –

पढ़ने के प्रति चिंता
शब्दों या अक्षरों को पहचानने में कठिनाई
निम्न स्तरीय शब्दावली कौशल
पहले पढ़े हुए पाठ को समझने या याद करने में कठिनाई
ये किसके सूचक हैं?

  • एक सृजनात्मक विद्यार्थी के
  • अधिगम अशक्तता वाले विद्यार्थी के
  • ‘मानसकि क्षति’ वाले विद्यार्थी के
  • एक ‘स्वलीन’ विद्यार्थी के

उत्तर : 2

प्रश्न : निम्नलिखित में से कौन सा समावेशी कक्षा में सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण है?

  • मानकीकृत परीक्षण
  • प्रतियोगी अधिगम को बढ़ावा देना
  • विशिष्ट शिक्षा योजना
  • एकरूप निर्देश

उत्तर : 3

प्रश्न : अधिगमकर्त्ताओं एवं उनकी प्राथमिक विशेषताओं के मिलान युग्मों में से निम्नलिखित में से कौन सा सही है?

  • ‘पठन-अक्षमता’ अधिगमकर्ता धारा प्रवाह पढ़ने एवं लिखने में कमी है।
  • सृजनात्मक अधिगमकर्ता अतिसक्रिय कार्य को पूरा करने में धीमें हैं।
  • अवधानात्मक कमी अधिगमकर्त्ता- उच्च अभिप्रेरणा, लम्बे समय तक अवधान बनाए रख सकते हैं।
  • श्रव्य क्षतिपूर्ति अधिगमकर्त्ता- दृश्य सूचनाओं को समझ नहीं सकते हैं।

उत्तर : 1

प्रश्न : एक प्रगतिशील कक्षा में

  • विद्यार्थी के द्वारा निष्क्रिय रूप से ज्ञान प्राप्त किया जाता है।
  • विद्यार्थी के द्वारा ज्ञान को उसी रूप में दोहराया जाता है।
  • शिक्षक के निर्देशों के अनुसार विद्यार्थी के द्वारा ज्ञान का अनुस्मरण किया जाता है
  • विद्यार्थी के द्वारा ज्ञान की संरचना की जाती है।

उत्तर : 4

प्रश्न : सतत् एवं समग्र मूल्यांकन में क्या शामिल है?

  • केवल संकलनात्मक आकलन
  • न तो संरचनात्मक न ही संकलनात्मक आकलन
  • विविध प्रकार की रणनीतियों का प्रयोग करते हुए दोनों संरचनात्मक एवं संकलनात्मक आकलन का प्रयोग करना।
  • केवल संरचनात्मक आकलन

उत्तर : 3

प्रश्न : वह प्रक्रिया जिसके द्वारा बच्चे आदतों, कौशलों, मूल्यों तथा अभिप्रेरणा को विकसित करते हैं और जो उन्हें समाज का जिम्मेदार एवं क्रियाशील सदस्य बनाती है, उसे क्या कहा जाता है?

  • समावेशन
  • मुख्यधारा से जुड़ना
  • विभेदीकरण
  • समाजीकरण

उत्तर : 4

प्रश्न : एक समस्या को मूल एवं अपसारी समाधानों के साथ करने की योग्यता निम्नलिखित में से किसकी एक प्राथमिक विशेषता है

  • क्षतिग्रस्त बच्चों की
  • सृजनात्मक बच्चों की
  • अधिगम अशक्तता वाले बच्चों की
  • अहंकेंद्रित बच्चों की

उत्तर : 2

प्रश्न : निम्नलिखित में से कौन सा एक संरचनात्मक परिवेश के साथ अनुकूल नहीं हो सकता है?

  • विद्यार्थी सहयोगात्मक तरीके से कार्य करते हैं तथा आपस में कार्य केन्द्रित वार्ता में लगे रहने के लिए सहयोग दिया जाता है।
  • शिक्षक प्रमुख प्रकरणों के संबंध में विद्यार्थियों के विचारों एवं अनुभवों को प्राप्त र करते हैं तथा उनके वर्तमान ज्ञान की पुनर्संरचना या विस्तृत करने के लिए शिक्षण-अधिगम की योजना बनाते हैं।
  • अध्यापक विशिष्ट सत्रावसान मूल्यांकन रणनीतियों को लागू करते हैं तथा प्रक्रियाओं के बजाय प्रदर्शन पर फीडबैक देते हैं।
  • विद्यार्थियों को जटिल, सार्थक एवं समस्या-आधारित गतिविधियों में लगे रहने के लिए लगातार अवसर प्रदान किए जाते हैं।

उत्तर : 3

प्रश्न : एक प्राथमिक कक्षा-कक्ष में एक शिक्षक को क्या करना चाहिए?

  • केवल गैर-उदाहरण देने चाहिए।
  • उदाहरण एवं गैर उदाहरण दोनों देने चाहिए।
  • उदाहरण या गैर-उदाहरण दोनों नहीं देने चाहिए।
  • केवल उदाहरण देने चाहिए।

उत्तर : 2

प्रश्न : निम्नलिखित रणनीतियों में से कौन सी बच्चों में अर्थ निर्माण को बढ़ावा देगी?

  • सूचनाओं का संचरण
  • दंडात्मक साधनों का प्रयोग करना
  • एकरूप एवं मानकीकृत परीक्षण
  • अन्वेषण एवं परिचर्चा

उत्तर : 4

प्रश्न : निम्नलिखित में से कौन बच्चे के समाजीकरण महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं?

(i)मीडिया
(ii)विद्यालय
(iii)परिवार
(iv)पास-पड़ोस

  • (ii), (iii)
  • (i), (iii), (iv)
  • (i), (ii), (iii), (iv)
  • (ii), (i)

उत्तर : 3

प्रश्न : मानव विकास के संदर्भ में आनुवंशिकता तथा पर्यावरण की भूमिका के बारे में निम्नलिखित कथनों में से कौन सा सही है?

  • परिवेशीय प्रभाव पूर्ण रूप से एक व्यक्ति के विकास को निर्धारित करते हैं।
  • मानव-विकास को न तो आनुवंशिकता और न ही पर्यावरण प्रभावित करते हैं।
  • आनुवंशिकता एवं पर्यावरण दोनों एक जटिल पारस्परिक क्रिया के रूप में मानव विकास को प्रभावित करते हैं।
  • वैयक्तिक विभिन्नताओं का एकमात्र कारण आनुवंशिकता है।

उत्तर : 3

प्रश्न : एक शिक्षक को विद्यार्थियों को ……. निर्धारित करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए बजाए …….. के।

  • प्रदर्शन लक्ष्य, अधिगम लक्ष्य
  • असफलता से बचने के लिए लक्ष्य, अंक लेने के लिए लक्ष्य
  • अंक लेने के लिए लक्ष्य, असफलता से बचने के लिए लक्ष्य
  • अधिगम लक्ष्य प्रदर्शन लक्ष्य

उत्तर : 4

प्रश्न : निम्नलिखित में से कौन सा अधिगम के सार्थक सरलीकरण के रूप में परिणीत नहीं होता है?

  • दोहराने एवं स्मरण करने को बढ़ावा देना।
  • उदाहरणों एवं गैर-उदाहरणों का प्रयोग करना
  • एक समस्या पर अनेक तरीकों से विचार करने के लिए प्रोत्साहित करना।
  • पहले से विद्यमान ज्ञान से नए ज्ञान को जोड़ना।

उत्तर : 1

प्रश्न : इनमें से कौन सा बाह्य अभिप्रेरणा का एक उदाहरण है?

  • “मैं बहुत अधिक सीखती हूँ जब मैं अपना गृहकार्य करती हूँ।”
  • “गृहकार्य करने से मैं अपनी अवधारणाओं को अच्छी तरह से समझ पाती हूँ।”
  • “मैं अपना गृहकार्य पूरा करती हूँ क्योंकि शिक्षक प्रत्येक नियत कार्य के लिए हमें अंक देते हैं।”
  • “मैं अपना गृहकार्य करना पसंद करती हूँ क्योंकि यह बहुत आनन्ददायक है।”

उत्तर : 3

प्रश्न : निम्नलिखित वर्णन को पढ़िए तथ कोहलबर्ग के नैतिक तर्क की अवस्था को पहचानिए।
वर्णन :
अंत:करण के स्व- चयनित नैतिक सिद्धांतों के द्वारा सही कार्य परिभाषित किया जाता है जो कानून एवं सामाजिक समझौते पर ध्यान दिए बिना सम्पूर्ण मानवता के लिए वैध होता है।

  • सामाजिक- अनुबंधन अभिविन्यास
  • सामाजिक – क्रम व्यवस्था अभिविन्यास
  • सार्वभौम नैतिक सिद्धांत अभिविन्यास
  • यंत्रीय उद्देश्य अभिविन्यास

उत्तर : 3

प्रश्न : हावर्ड गार्डनर के बहु बुद्धि सिद्धांत के अनुसार, निम्नलिखित विशेषताओं से युक्त एक व्यक्ति की बुद्धि को किस प्रकार से वर्गीकृत किया जा सकता है?
विशेषताएँ:
“दूसरों की मनोदशा, स्वभाव, प्रेरणा तथा अभिप्राय को उचित तरीके से पता लगाने एवं प्रतिक्रिया करने की योग्यता”

  • अंतरावैयक्तिक
  • अंतर्वैयक्तिक
  • नैदानिक
  • प्रकृतिवादी

उत्तर : 2

प्रश्न : बच्चों के मूल्यांकन के लिए निम्नलिखित में से कौन से कारण होने चाहिए?

(i) बच्चों को ‘गैर-उपलब्धि वाले’, ‘निम्न-उपलब्धि वाले’, ‘औसत’ एवं ‘उच्च-उपलब्धि वाले’ के रूप में अलग करना एवं नाम देना।
(ii) कक्षा में शिक्षण-अधिगम प्रक्रियाओं में सुधार करना।
(iii) समय के साथ बच्चों में होने वाले अधिगम परिवर्तनों एवं प्रगति के बारे में पता लगाना।
(iv) बच्चे की क्षमताओं, संभावनाओं, सशक्त पक्षों एवं चुनौतीपूर्ण पक्षों के बारे में माता-पिता के साथ चर्चा करना

  • (i), (ii), (iii)
  • (ii), (iii), (iv)
  • (i), (ii), (iii), (iv)
  • (ii), (iv)

उत्तर : 2

प्रश्न : निम्नलिखित में से कौन प्रभावी अधिगम रणनीतियों के उदाहरण हैं?

(i) लक्ष्य एवं समय सारणी निर्धारित करना ।
(ii) संगठनात्मक चार्टों एवं अवधारणात्मक नक्शे बनाना।
(iii) उदाहरणों एवं गैर-उदाहरणों के बारे में सोचना।
(iv) हमउम्र साथी को समझाना।
(v) स्वयं से प्रश्न करना।

  • (i), (iv), (v)
  • (i), (ii), (iii), (iv), (v)
  • (i), (ii), (iii)
  • (i), (ii), (iii), (v)

उत्तर : 2

प्रश्न : संरचनात्मक ढांचे में बच्चे को किस रूप में देखा जाता है?

  • कोरी पटिया’ या ‘खाली स्लेट’ जिसके जीवन को अनुभव के द्वारा पूर्ण रूप से आकार दिया जाता है।
  • एक ‘निष्क्रिय प्राणी’ जिसे अनुबंधन के द्वारा किसी भी रूप में आकार दिया जा सकता है तथा ढाला जा सकता है।
  • एक समस्या समाधान करने वाला तथा ‘वैज्ञानिक अन्वेषक’ के रूप में।
  • ‘लघु वयस्क’ के रूप में जो सभी पक्षों जैसे आकार, संज्ञान तथा संवेग में वयस्क की तुलना में कम है।

उत्तर : 3

प्रश्न : जीन पियाजे एवं लेव वायगोत्स्की जैसे संरचनावादी अधिगम को किस रूप में देखते हैं?

  • प्रतिक्रियाओं का अनुबंधन
  • निष्क्रिय आवृत्तीय प्रक्रिया
  • सक्रिय विनियोजन से अर्थ-निर्माण की प्रक्रिया
  • कौशलों का अर्जन

उत्तर : 3

प्रश्न : समाचार-पत्रों से कहानियों एवं कतरनों का चयन करना एवं प्रस्तुत करना जो पुरुष एवं महिलाओं दोनों को गैर-परम्परागत भूमिकाओं में चित्रित करते हैं, निम्नलिखित में से किसके लिए एक प्रभावी रणनीति है?

  • लैंगिक / जेंडर स्थिरता को बढ़ाने के लिए
  • रूढ़िवादी लैंगिक/जेंडर ‘भूमिकाओं को प्रोत्साहन देने के लिए
  • लैंगिक/जेंडर रूढ़ियों का सामना करने के लिए।
  • लैंगिक जेंडर पक्षपात को बढ़ाने के लिए।

उत्तर : 3

प्रश्न : अपनी कक्षा में सहयोगात्मक अधिगम का प्रयोग करते समय एक शिक्षक की भूमिका किस प्रकार की होती है?

  • कक्षा को छोड़ देना तथा बच्चों को स्वयं कार्य करने देना।
  • सहयोगात्मक होना तथा प्रत्येक समूह की निगरानी करना।
  • उस समूह का सहयोग करना जिसमें ‘होनहार’ एवं प्रतिभाशाली बच्चें हैं।
  • एक मूक दर्शक होना तथा बच्चे जो करना चाहते हैं, उन्हें करने देना।

उत्तर : 2

प्रश्न : बच्चों की गलतियाँ एवं भ्रांत-धारणाएँ …….

  • शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया के लिए रुकावट एवं विघ्न है।
  • शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया में अनदेखी करनी चाहिए।
  • सूचित करती हैं कि बच्चों की क्षमताएँ वयस्कों की तुलना में बहुत निम्न स्तर की हैं।
  • शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।

उत्तर : 4

प्रश्न : निम्नलिखित कथनों में से कौन सा विकास एवं अधिगम के बीच संबंध को सही तरीके से सूचित करता है?

  • अधिगम विकास का ध्यान किए बिना घटित होता है।
  • अधिगम की दर विकास की दर से काफी अधिक होती है।
  • विकास एवं अंतः संबंधित और अंतःनिर्भर होते हैं।
  • अधिगम विकास एवं अधिगम संबंधित नहीं हैं।

उत्तर : 3

प्रश्न : निम्नलिखित में से कौन सा मूर्त क्रियात्मक अवस्था के प्रमुख कौशलों में से एक है?

  • सुरक्षित रखने की योग्यता
  • परिकल्पित निगमनात्मक तर्क
  • द्वितीयक वर्तुल प्रतिक्रियाएँ
  • सजीवात्मक चिंतन

उत्तर : 1

प्रश्न : पियाजे के अनुसार, विशिष्ट मनोवैज्ञानिक संरचनाएँ (अनुभव से सही अर्थ निकालने के व्यवस्थित तरीके) को क्या कहा जाता है?

  • स्कीमा
  • प्रतिमान
  • मानसिक मैप
  • मानसिक उपकरण

उत्तर : 1

प्रश्न : ‘एक उचित प्रश्न /सुझाव के द्वारा बच्ची की समझ को उस बिंदु से बहुत आगे ले जाया जा सकता है जिस पर वह अकेले पहुँच सकती है।” निम्नलिखित में से कौन सी संरचना उपरोक्त कथन को प्रकाशित करती है?

  • साम्यधारण
  • संरक्षण
  • बुद्धि
  • समीपस्थ / निकटस्थ विकास का क्षेत्र

उत्तर : 4

प्रश्न : लेव वायगोत्स्की के अनुसार, आधारभूत मानसिक क्षमताओं को मुख्य रूप से किसके द्वारा उच्चतर संज्ञानात्मक प्रक्रियाओं में बदला जाता है?

  • सामाजिक पारस्परिक क्रिया
  • उद्दीपन-अनुक्रिया संबंध
  • अनुकूलन एवं संघटन
  • पुरस्कार एवं दण्ड

उत्तर : ??

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