भारतीय सेना की तरफ से एक बड़ी खबर निकल कर आ रही है, आपको बता दे कि भारतीय सेना ने अग्निवीर भर्ती हेतु चयन प्रक्रिया में बड़ा बदलाव कर दिया है आयोग के अनुसार अब अग्निवीर बनने की चाह रखने वाले इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवारों को अब सबसे पहले ऑनलाइन सामान्य प्रवेश परीक्षा (सीईई) पास करनी होंगी तब उसके पश्चात उम्मीदवार को शारीरिक परीक्षा और मेडिकल जांच से गुजरना होगा।
ऐसे में आज हम इस लेख के माध्यम से भारतीय सेना के द्वारा अग्निवीर परीक्षा हेतु किये गये बदलाव की विस्तारपूर्वक जानकारी उम्मीदवार से साझा करेंगे तथा उम्मीदवार को इस बात से भी अवगत कराएँगे कि आयोग द्वारा अग्निवीर परीक्षा हेतु ऑनलाइन आवेदन और परीक्षा की शुरुआत कब से की जाएगी। अतः उम्मीदवार इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े।
Agniveer Recruitment 2023 – संक्षिप्त विवरण
भर्ती का नाम | अग्निवीर भर्ती 2023 |
भर्ती बोर्ड का नाम | इंडियन आर्मी |
पद का नाम | अग्निवीर (जनरल ड्यूटी, अग्निवीर लिपिक एवं स्टोर कीपर, ट्रेड्मेन ) |
आवेदन की प्रक्रिया | ऑनलाइन |
आवेदन तिथि | 10 फ़रवरी से 11 मार्च |
चयन प्रक्रिया | लिखित परीक्षा, दौड़, चिकित्सा परीक्षण |
परीक्षा तिथि | 12 अप्रैल |
आधिकारिक वेबसाइट | https://joinindianarmy.nic.in/ |
Agniveer Bharti 2023 में हुए ये बदलाव
भारतीय सेना द्वारा यह तय किया गया है कि अब अग्निवीर भर्ती हेतु उम्मीदवार को सबसे पहले सयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीईई) में उत्तीर्ण होना होगा उसके बाद अभ्यर्थी को फिजिकल टेस्ट पास करना होगा फिर अंत में मेडिकल टेस्ट में उत्तीर्ण होना होगा। आपको बता दे कि अग्निवीर परीक्षा को लेकर आयोग ने ऑनलाइन आवेदन की शुरुआत 10 फरवरी से 11 मार्च तक किये जाने का फैसला लिया गया है साथ ही इसकी परीक्षा 12 अप्रैल को कराने का निर्णय लिया गया है। तथा इस भर्ती हेतु अधिकारिक सूचना मध्य फ़रवरी तक जारी की जा सकती है सूत्रों की माने तो अग्निवीर परीक्षा का आयोजन दो सौ केन्द्रो पर सम्पन्न कराया जायेगा जिसके लिए आयोग द्वारा सभी तैयारियो को अंतिम रूप दिया जा रहा है। ऐसे में 10वीं और 12वीं पास उम्मीदवार इस भर्ती हेतु ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
14 जून 2022 को अग्निवीर भर्ती का किया गया था एलान
आपको बता दें कि बीते साल 14 जून 2022 को अग्निवीर भर्ती का रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के द्वारा एलान किया गया था, हालांकि इस भर्ती के एलान के बाद केंद्र सरकार को काफी विरोध का भी सामना करना पड़ा था, इसमें सबसे ज्यादा विरोध आयु सीमा को लेकर थी, कोरोना के कारण 2 सालों तक सेना की भर्ती प्रक्रिया बाधित रही, इसके वजह से कई सरे युवाओं की उम्र मानक से ज्यादा हो गयी थी, हालंकि इसके बाद आयु में छूट भी देने का प्रावधान रखा गया.
रक्षा मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए अग्निपथ स्कीम का सपोर्ट करते हुए कई राज्य सरकारों ने 4 सालों की सेवा निवृत्ति के बाद राज्य में आयोजित होने वाली पुलिस की परीक्षा में वरीयता देने का भी वादा किया है. इन 4 सालों में अग्निवीरों द्वारा सीखे गए सभी कौशल का इस्तेमाल राज्य सरकार अपने राज्य में कानून व्यवस्था को बनाए रखने में मदद करेंगी।